संदेशे आते हैं Sandeshe Aate Hai Hindi Lyrics-Border 1997
संदेशे आते हैं
हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती है
वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये घर सूना सूना है
संदेशे आते हैं….. सूना
सूना है
किसी दिलवाली ने
किसी मतवाली ने
हमें खत लिखा है
ये हमसे पूछा है
किसी की साँसों ने
किसी की धड़कन ने
किसी की चूड़ी ने
किसी के कंगन ने
किसी के कजरे ने
किसी के गजरे ने
महकती सुबहों ने
मचलती शामों ने
अकेली रातों में
अधूरी बातों ने
तरसती बाहों ने
और पूछा है तरसी निगाहों ने
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये दिल सूना सूना है
संदेशे आते हैं….. सूना सूना है
मोहब्बत वालों ने
हमारे यारों ने
हमें ये लिखा है
कि हमसे पूछा है
हमारे गाँवों ने
आम की छांवों ने
पुराने पीपल ने
बरसते बादल ने
खेत खलियानों ने
हरे मैदानों ने
बसंती बेलों ने
झूमती बेलों ने
लचकते झूलों ने
दहकते फूलों ने
चटकती कलियों ने
और पूछा है गाँव की गलियों ने
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन गाँव सूना सूना है
संदेशे आते हैं….. सूना सूना है
ओ ओ ओ...
कभी एक ममता की
प्यार की गंगा की
जो चिट्ठी आती है
साथ वो लाती है
मेरे दिन बचपन के
खेल वो आंगन के
वो साया आंचल का
वो टीका काजल का
वो लोरी रातों में
वो नरमी हाथों में
वो चाहत आँखों में
वो चिंता बातों में
बिगड़ना ऊपर से
मोहब्बत अंदर से
करे वो देवी माँ
यही हर खत में पूछे मेरी माँ
के घर कब आओगे
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन आँगन सूना सूना है
⚝⚝⚝⚝⚝⚝⚝⚝
0 Comments
Thank you for Visiting and give valuable comment.