Hai Preet Jahan ki Reet Sada HIndi Lyrics
जब ज़ीरो दिया मेरे भारत ने
भारत ने मेरे भारत ने
दुनिया को तब गिनती
आयी
तारों की भाषा भारत
ने
दुनिया को पहले
सिखलायी
देता ना दशमलव भारत
तो
यूँ चाँद पे जाना
मुश्किल था
धरती और चाँद की
दूरी का
अंदाज़ा लगाना
मुश्किल था
सभ्यता जहाँ पहले आयी
पहले जन्मी है जहाँ
पे कला
अपना भारत वो भारत है
जिसके पीछे संसार चला
संसार चला और आगे
बढ़ा
यूँ आगे बढ़ा, बढ़ता ही गया
भगवान करे ये और बढ़े
बढ़ता ही रहे और
फूले-फले....2
हम.......
है प्रीत जहाँ की
रीत सदा...2
मैं गीत वहाँ के
गाता हूँ
भारत का रहने वाला
हूँ
भारत की बात सुनाता
हूँ
है प्रीत जहाँ की
रीत सदा... हो हो
काले-गोरे का भेद
नहीं
हर दिल से हमारा नाता
है
कुछ और न आता हो हमको
हमें प्यार निभाना
आता है
जिसे मान चुकी सारी
दुनिया हो जिसे ...
मैं बात वो ही
दोहराता हूँ
भारत का रहने...
है प्रीत.....
जीते हो किसी ने देश
तो क्या
हमने तो दिलों को
जीता है
जहाँ राम अभी तक है
नर में
नारी में अभी तक
सीता है
इतने पावन हैं लोग
जहाँ
मैं नित-नित शीश
झुकाता हूँ
भारत का रहने...
इतनी ममता नदियों को
भी
जहाँ माता कह के
बुलाते हैं
इतना आदर इन्सान तो
क्या
पत्थर भी पूजे जाते
हैं
इस धरती पे मैंने जन्म लिया हो इस...
ये सोच के मैं
इतराता हूँ
भारत का रहने...
है प्रीत....
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