अरे हाय हाय ये मज़बूरी Are Haye Haye Ye Mazboori Hindi Lyrics-Roti Kapda Aur Makaan 1974
Are Haye Haye Ye Mazboori Hindi Lyrics
अरे हाय हाय ये मज़बूरी
ये मौसम और ये दूरी
अरे हाय हाय ये
मज़बूरी
ये मौसम और ये
दूरी
मुझे पल पल है
तड़पाये
तेरी दो टकिया
दी नौकरी में
मेरा लाखों का
सावन जाये
कितने सावन बीत गये
बैठी हूँ आस
लगाये
जिस सावन में
मिले सज़नवा
वो सावन कब
आये...कब आये
मधुर मिलन का ये
सावन हाथों से निकला जाये
तेरी दो टकिया
दी नौकरी में
मेरे लाखों का
सावन जाये
अरे हाय हाय ये मज़बूरी
ये मौसम और ये
दूरी
मुझे पल पल है
तड़पाये
तेरी दो टकिया
दी नौकरी में
मेरा लाखों का
सावन जाये
अरे हाय हाय ये
मज़बूरी
ये मौसम और ये
दूरी
प्रेम का ऐसा बंधन है
प्रेम का ऐसा
बंधन है...
जो बन्धके फ़िर
ना टूटे
अरे नौकरी का है
क्या भरोसा
आज़ मिले कल
छूटे...कल छूटे
अम्बर पे है रचा
स्वयंवर
फ़िर भी तू
घबराये
तेरी दो टकिया
दी नौकरी में
मेरा लाखों का
सावन जाये
डंग डिंग, डंग डिंग, डिंग डंग डांग
डंग डिंग, डंग डिंग, डिंग डंग डांग
मुझे पल पल है तड़पाये
तेरी दो टकिया
दी नौकरी में
मेरा लाखों का
सावन जाये
अरे हाय हाय ये
मज़बूरी
ये मौसम और ये
दूरी।।
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